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फरवरी में 28 दिन क्यों होते है?


दोस्तों यह तो सभी जानते है की फरवरी में 28 दिन होते है| पर क्या आप जानते है ऐसा क्यों होता है?
बात आठवीं शताब्दी की है जब रोम में रोम्यूलस कैलेंडर चलता था| इस कैलेंडर में एक साल में 304 दिन के 10 महीने होते थे, जो मार्च से शुरू होकर दिसम्बर पर ख़तम होते थे|
लेकिन रोम के दुसरे राजा नुमा पोम्पिलिउस ने सोचा की  कैलेंडर को सही किया जाये और सही करने के लिए उन्होंने एक साल को चन्द्र वर्ष  जितना लम्बा कर दिया, इसके के बाद एक साल में 354.36 days  होने लगे| नुमा ने नये कैलेंडर में जनवरी और फरवरी दो नये महीने जोड़ दिए और उन्होंने हर महीने को ओड डेज का बनाया था क्यूंकि रोम में इवन नंबर को अशुभ मानाते है | लेकिन 355 दिनों  का एक साल बनाने के लिए उसे किसी एक महीने को इवन बनाना ही था तो नुमा ने फरवरी  में  28 दिन का कर दिए|
इतने बदलाव करने के बाद भी कैलेंडर सही नहीं बन पाया और यह मौसम के हिसाब से नही बन सका| क्योंकि सर्दी के मौसम में गर्मी का मौसम और गर्मी के मौसम में बारिश का मौसम आने लगा| ऐसा इसलिए हो रहा था क्योंकि नुमा ने कैलेंडर को चंद्रमा के हिसाब से बनाया था जबकि मौसम में बदलाव प्रथ्वी द्वारा की गयी सूर्य की परिक्रमा से होता है| इस समस्या का हल निकालने के लिए 23 फरवरी के बाद 27 दिनों का एक और महीना जोड़ा गया| लेकिन इससे भी समस्या सही नही हो पाई|
फिर 45 BC में रोम के फेमस राजा जूलियस सीजर ने किसी बुधिमान व्यक्ति को कैलेंडर सही करने का काम दिया, उसने कैलेंडर को चंद्रमा के अनुसार ना रखते हुए सूरज के हिसाब से रखने का फैसला लिया और एक साल में 10 दिन और जोड़ दिए और हर चौते वर्ष में एक और दिन जोड़ दिया| इसके के बाद एक साल 365.25 days लम्बा हो गया और जो नया कैलेंडर था उसमे फरवरी का महीना नुमा पुम्पिलिउस के अनुसार ही रखा गया था |
इसी वजह से फरवरी में 28 दिन होते है|


Dear knowledge chat readers आपको यह Biography कैसी लगी वो हमे comment के द्वारा जरुर बताइयेगा |

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