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Showing posts from March, 2018

यमुनोत्री : चार धाम का पहला पड़ाव

यमुनोत्री उत्तरकाशी जिले में समुद्रतल से 3235 मी. की ऊँचाई पर स्तिथ देवी यमुना का एक मंदिर है | चार धामों में से एक धाम यमुनोत्री से यमुना का उद्गम मात्र एक किमी. की दुरी पर है |  यहां बंदरपूंछ चोटी (6315 मी) के पश्चिमी अंत में फैले यमुनोत्री ग्लेशियर को देखना अत्यंत रोमांचक है |  गढ़वाल हिमालय की पश्चिम दिशा में उत्तरकाशी जिले  की राजगढी(बड़कोट) तहसील में ॠषिकेश से 251 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में तथा उत्तरकाशी से 131 किलोमीटर पश्चिम -उत्तर में 3185 मीटर की ऊँचाई पर स्थित  यमुनोत्री चार धाम का पहला पड़ाव है | यमुनोत्री के यहाँ यमुना नदी अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर मंदिर के कपाट खुलते हैं और दीपावली के पावन पर्व पर बंद हो जाते हैं | यमुनोत्री मंदिर के आसपास के क्षेत्र में गर्मजल के अनेकों स्त्रोत हैं | यह स्त्रोत अनेक कुंडों में गिरते हैं, इन कुंडों में सबसे सुप्रसिद्ध कुंड सूर्यकुंड हैं | भक्तगण देवी को प्रसाद के रूप में चढ़ाने के लिए कपड़े की पोटली में चावल और आलू बांधकर इसी कुंड के गर्म जल में पकाते है | देवी को प्रसाद चढ़ाने के पश्चात इन्ही पकाये हुए चावलों को प्रसाद के रूप में