Skip to main content

Posts

Showing posts from January, 2018

तिरंगा : भारत का राष्ट्रीय ध्वज

भारत का राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते है, तीन रंग की क्षेतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है | इसकी डिजाईन पिंगली वैंकैया  ने बनाई थी।  इसे 15 अगस्त  1947  को अंग्रेजों से  भारत की स्वतंत्रता  के कुछ ही दिन पूर्व 22  जुलाई , 1947  को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था। इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं, जिनमें सबसे ऊपर केसरिया , बीच में  श्वेत  ओर नीचे गहरे  हरे रंग  की पट्टी है। ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग  का एक चक्र है जिसमें 24 रेखा होती हैं। इस चक्र का व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है व रूप सारनाथ  में स्थित  अशोक  स्तंभ के शेर के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले की तरह होता है। राष्ट्रीय झंडा निर्दिष्टीकरण के अनुसार झंडा खादीमें ही बनना चाहिए। यह एक विशेष प्रकार से हाथ से काते गए कपड़े से बनता है जो महात्मा गांधी द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। 21 फीट गुणा 14 फीट के झंडे पूरे देश में केवल तीन किलों के ऊपर फहराए जाते हैं। मध्य प्रदेश के ग्वाल

बुर्ज ख़लीफ़ा : दुनिया की सबसे ऊँची इमारत

बुर्ज ख़लीफ़ा दुबई में आठ अरब डॉलर की लागत से छह साल में निर्मित दुनिया की सबसे ऊँची इमारत है | इसका निर्माण कार्य 6 जनवरी 2004 को शुरू और 2 दिसम्बर 2009 को पूरा हुआ था | इसका नाम पहले बुर्ज दुबई रखा गया था लेकिन बाद में इसका नाम अबू धाबी के शासक और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति खलीफा बिन जयाद अल नाहयान के नाम पर बुर्ज ख़लीफ़ा रखा गया| इसकी ऊँचाई 829.8 मीटर है | 160 से ज्यादा मंजिले वाली इस इमारत को 4 जनवरी 2010 को आम लोगों के लिए खोला गया था | इसके पास सबसे ऊँची फ्रीस्टैंडिंग इमारत, सबसे तेज और लम्बी लिफ्ट, सबसे ऊँची मज्सिद, सबसे ऊँचे स्विमिंग पोल और सबसे ऊँचे रेस्टोरंट का ख़िताब है | इसमें 58 लिफ्ट है और यह लिफ्ट 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलती है | ऊँचाई के कारण टॉप फ्लोर का तापमान ग्राउंड फ्लोर से 15 डिग्री सेल्सियस कम रहता है | यह इमारत इतनी बड़ी है की इसे 95 किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता है और इसकी चोटी से पडौसी देश ईरान को देखा जा सकता है | Dear Knowledge Chat readers आपको यह article कैसा लगा comment के द्वारा जरुर बताईएगा | अपने दोस्तों और परिवार के

सचिन तेंदुलकर : क्रिकेट के भगवान "The God of Cricket "

सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है | सचिन तेंदुलकर के पास अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है | सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को महाराष्ट्र के बम्बई (मुंबई) शहर में हुआ था | सचिन के पिता का नाम रमेश तेंदुलकर और माता का नाम रजनी तेंदुलकर है |  उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिये प्रोत्साहित किया था। सचिन के एक भाई नितिन तेंदुलकर और एक  बहन  सविताई तेंदुलकर भी हैं। सचिन ने शारदाश्रम विद्यामन्दिर में अपनी शिक्षा पूरी की। वहीं पर उन्होंने कोच रमाकान्त अचरेकर के से क्रिकेट खेलना सिखा। तेज गेंदबाज बनने के लिये उन्होंने  एम०आर०एफ० पेस फाउण्डेशन  के अभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की पर वहाँ तेज गेंदबाजी के कोच  डेनिस लिली  ने उन्हें पूर्ण रूप से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा। सचिन ने अन्तर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में पदापर्ण 15 नवम्बर, 1989 को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कराची में किया तथा अपना पहला अन्तर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट मैच भी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 18 दिसम्बर, 1989 को खेल

गोवा : क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा राज्य

गोवा पश्चिमी भारत का एक राज्य है | गोवा उत्तर की ओर से कर्नाटक और पूर्व-दक्षिण की ओर से महाराष्ट्र से घिरा हुआ है | गोवा की स्थापना 30 मई 1987 को हुई थी | गोवा की राजधानी पणजी है | गोवा का सबसे बड़ा शहर वास्को डा गामा है | गोवा का क्षेत्रफल 5400 किमी² है | गोवा को 2 जिलों मे बांटा गया है : उत्तरी गोवा और दक्षिणी गोवा | गोवा की जनसंख्या 14,57,723 है | यह जनसंख्या के हिसाब से भारत को चौथा सबसे छोटा राज्य है | गोवा की राजभाषा कोंकणी है | गोवा के राज्यपाल का नाम  मृदुला सिन्हा और मुख्यमंत्री का नाम मनोहर पार्रीकर है | गोवा की प्रमुख नदियाँ जुआरी, मंडोवी, तेरेखोल, चपोरा, गैलागिबाग, कुंभारुआ नहर, तलपोना और साल हैं | Dear Knowledge Chat readers आपको यह article कैसा लगा comment के द्वारा जरुर बताईएगा | अपने दोस्तों और परिवार के साथ ये article facebook, whatsapp and twitter पर शेयर करना ने भूले | ऐसी मजेदार जानकारियां प्राप्त करने के लिए हमे subscribe करे |

रेमन मैग्सेसे : एशिया का नोबेल पुरस्कार

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार एशिया के व्यक्तियों एवं संस्थाओं को उनके अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य करने के लिये प्रदान किया जाता है | रेमन मैग्सेसे पुरस्कार की स्थापना अप्रैल 1957 में हुई थी | यह पुरस्कार  फिलीपीन्स के दिवंगत राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की याद में दिया जाता है | यह पुरस्कार फिलीपीन्स के मनीला शहर में फिलीपीन्स के बेहद सम्मानित राष्ट्रपति जिनके आदर्शों ने इस पुरस्कार की नींव डाली, के जन्म दिवस 31 अगस्त को, एक समारोह में दिया जाता है | रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है | पहला रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विनोबा भावे को 1958 में सामुदायिक नेतृत्व की श्रेणी में दिया था | यह पुरस्कार 6 श्रेणियों में दिया जाता है | सरकारी सेवा सार्वजनिक सेवा सामुदायिक नेतृत्व पत्रकारिता, साहित्य एव सृजनात्मक संचार कलाएँ शान्ति एवं अन्तरराष्ट्रीय सद्भावना उभरता हुआ नेतृत्व वर्ष 2009 से, रेमन मैग्सेसे पुरस्कार संघ ने उपरोक्त 6 श्रेणियों में पुरस्कार देने की परंपरा शुरू की है | Dear Knowledge Chat readers आपको यह article कैसा लगा c

ज्ञानपीठ पुरस्कार-भारत का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार

ज्ञानपीठ पुर स्कार   भारतीय ज्ञानपीठ  न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। ज्ञानपीठ पपुरस्कार की शुरुआत भारतीय ज्ञानपीठ के संस्थापक श्री साहू शांति प्रसाद जैन की पचासवीं वर्षगाँठ पर 22 मई, 1961 को की गयी थीं | प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार 1965  में मलयालम लेखक  जी शंकर कुरुप  को प्रदान किया गया था। उन्हें   उनकी प्रसिद्ध रचना  ओटक्कुष़ल   अर्थात बाँसुरी के लिए ज्ञानपीठ सम्मान से सम्मानित किया गया था | ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय संविधान की आठवीं सूची में शामिल 22 भाषओं के भारतीय लेखकों को प्रदान किया जाता है | ज्ञानपीठ  पुरस्कार में ग्यारह लाख रुपये की धनराशि, प्रशस्तिपत्र और विद्या  की  देवी "सरस्वती" की  कांस्य  प्रतिमा दी जाती है।  2017 तक सर्वाधिक दस बार हिन्दी  के लेखकों को यह सम्मान प्रदान किया गया है | वर्ष 1982 से पूर्व यह सम्मान लेखक की किसी एक कृति के लिए प्रदान किया जाता था | लेकिन उसके बाद से यह सम्मान भारतीय साहित्य में आजीवन योगदान के लिए दिया जाने लगा | Dear Knowledge Chat readers आपको यह article कैसा लगा comment क

पद्म विभूषण-भारत का दूसरा उच्च नागरिक सम्मान

पद्म विभूषण भारत का दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है | इस सम्मान की स्थापना भारत के राष्ट्रपति द्वारा 2 जनवरी 1954 में की गयी थी | यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट, असाधारण और उल्लखनीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है | यह सम्मान भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है | इस सम्मान में एक पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है | 2017 तक, यह सम्मान 300 व्यक्तियों को दिया गया है | इस सम्मान की घोषणा गणतंत्र दिवस के दिन की जाती है |  इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ताओं में सत्येंद्र नाथ बोस, नंदलाल बोस, जाकिर हुसैन, बालासाहेब गंगाधर खेर, जिग्म दोर्फी वांगचुक, और वीके कृष्ण मेनन थे, जिन्हें 1954 में सम्मानित किया गया था | 1954 के नियमों के अनुसार इस सम्मान को मरणोपरांत देने की अनुमति नहीं थी, लेकिन बाद में जनवरी 1955 में इस क़ानून में संशोधन किया गया | आदित्यनाथ झा, गुलाम मोहम्मद सादिक, और विक्रम साराभाई 1972 में मरणोपरांत सम्मानित होने वाले इस सम्मान के पहले प्राप्तकर्ता बने। Dear Knowledge Chat readers आपको यह article कैसा लगा comment के द्वारा जरुर बताईएगा | अपने दोस्तों और परिवार के सा

भारत रत्न - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है | इस सम्मान की स्थापना  2 जनवरी   1954  में भारत के तत्कालीन  राष्ट्रपति   श्री  राजेंद्र प्रसाद  द्वारा की गई थी | यह सम्मान मूल रूप से कला, साहित्य, विज्ञान और सार्वजनिक सेवाओं में उपलब्धियों तक ही सीमित था, लेकिन सरकार ने दिसंबर 2011 में "मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र" को शामिल करने के लिए मानदंडों का विस्तार किया | प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान  1955  में जोड़ा गया। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री पहले व्यक्ति थे जिन्हें मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान दिया गया | मूल रूप में इस सम्मान के पदक का डिजाइन 35 मिमि गोलाकार  स्वर्ण  मैडल था। जिसमें सामने  सूर्य  बना था, ऊपर  हिन्दी  में भारत रत्न लिखा था और नीचे पुष्प हार  था | पीछे की तरफ़ राष्ट्रीय चिह्न और  आ दर्श -वा क्य  था। फिर एक वर्ष बाद इस पदक के डिज़ाइन को बदल कर  तांबे  के बने  पीपल  के पत्ते पर  प्लेटिनम  का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे  चाँदी  में लिखा रहता है "भारत रत्न" |  इसके पीछे की ओर भारत